Thursday, October 18, 2012

पीले चमन में

पीले चमन में
काली सड़क पर
सरपट-सरपट
भागती है कार


पाँव के नीचे
पत्तों की आहट
सुने-सुनाएं
गुज़रा है युग


अब
कौन सुनेगा
और किसे सुनाएं?
इंसानों की
बस्ती में बसते हैं साए
(साए न होते
तो उनका नाम भी होता
उनका मुझसे
और मेरा उनसे
कुछ काम भी होता)


कल
एक ब्लोअर आएगा
और
इन्हें उड़ा ले जाएगा
कूड़े के डब्बे में
क़ैद कर जाएगा


कल
न पत्तें होंगे
न चमन होगा
बर्फ़ का एक
कफ़न होगा


और काली सड़क पर
सरपट-सरपट भागती रहेगी
मेरी कार


18 अक्टूबर 2012
सिएटल ।
513-341-6798



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2 comments:

Anonymous said...

पीले चमन और काली सड़क का contrast, सुनसान सायों की बस्ती और एक blower - एक strong visual बना mind में..

आपकी कार सरपट भागती है Seattle की बर्फ में तो कुछ तरकीब हमें भी बताना winter में - मेरी car तो एक inch भी नहीं चलती बर्फ में :)

Indranil Bhattacharjee ........."सैल" said...

सुन्दर कविता !