Sunday, March 17, 2013

मेरी हथेली का तिल

मेरी हथेली का तिल
उतना ही बड़ा है
जितनी कि तुम
(उम्र में!)


लेकिन
ये
वक्त के साथ
बदला नहीं

न रूप में
न रंग में
न ही किसी और ढंग में

आज भी
जब कोई बात कहता हूँ
तो सुन लेता है
पलट के जवाब नहीं देता है


जब चाहूँ
इसे देखूँ न देखूँ
जब चाहूँ
इसे चूमूँ न चूमूँ
न बुरा मानता है
न मनमुटाव करता है


बस एक बात की कमी है
अपने आप कुछ नहीं करता है
सारी बाज़ी
मेरे हाथ में दे रक्खी है


17 मार्च 2013
सिएटल ।
513-341-6798

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2 comments:

Anonymous said...

बेचारा तिल मनमुटाव नहीं करता, इसका मतलब यह न समझिये कि वो उदास नहीं होता। ज़रा दो घड़ी उसे attention देकर देखिये, शायद ख़ुशी के मारे काम भी करने लगे। :)

Anonymous said...

"मेरी हथेली का तिल
उतना ही बड़ा है
जितनी कि तुम
(उम्र में!)"

तिल की उम्र बताने का ढंग बहुत funny है.