Monday, October 6, 2014

'जोक' पे 'जोक' सुनाते चलो

'जोक' पे 'जोक' सुनाते चलो
देश की लुटिया डूबोते चलो
राह में आए जो वोटर सभी
सब को उल्लू बनाते चलो
 
एक तरफ़ है ऑटो-रिक्शा
दूजी तरफ़ मंगलयान हमारा
दोनों में नहीं कोई बराबरी
पर ये बराबरी करवाए
सेव से संतरे की तुलना कराते चलो
 
जब कभी भी भाषण मारे
निर्यात के ही लगाए नारे
निर्यात से भला किसका भला हुआ
निर्यात श्रमिक को निचोड़े
देश को बंग्लादेश बनाते चलो
 
अमरीका आए, सब पे छाए
ब्रेन-ड्रेनियों का 'ब्रेन-वाश' किया
'मेक इन इण्डिया' नारा इनका
'बोर्न इन इण्डिया' बाहर भेजना इनको
'ब्रेन-ड्रेन' बढ़ाते चलो
 
6 अक्टूबर 2014
सिएटल । 513-341-6798
(मोदीजी के मेडिसन स्क्वेयर गार्डन में दिए गए भाषण से प्रेरित, भरत व्यास से क्षमायाचना सहित)
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जोक = joke
ब्रेन-ड्रेन = brain-drain
ब्रेन-वाश = brain-wash
मेक इन इण्डिया = make in India
बोर्न इन इण्डिया = born in India

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1 comments:

Anonymous said...

"ज्योत से ज्योत" का "joke से joke" बन जाना बहुत मज़ेदार है। "Apple and oranges" को हिंदी में "सेब से संतरे की तुलना" पढ़कर बहुत हँसी आयी। "देश को बांग्लादेश " बनाने की बात भी funny है!

कविता funny है लेकिन उसमें उठाया सवाल - India की skilled citizens को खुद बाहर भेजना क्या brain drain होगा - serious सवाल है।

कविता बहुत enjoy की!