Friday, February 19, 2016

कभी किसी को मुकम्मल फ़ोन नहीं मिलता


कभी किसी को मुकम्मल फ़ोन नहीं मिलता
कहीं ये फ़ीचर तो कहीं वो फ़ीचर नहीं मिलता

जिसे भी देखिए वो अपने आप में गुम है
फ़ोन मिला है पर फ़ोन पर नहीं मिलता

तेरे जहाँ में ऐसा नहीं कि नेटवर्क न हो
जहाँ ज़रूरत हो इसकी उधर नहीं मिलता

सूखा सका है भला कौन स्मार्टफ़ोन गीले
गिले हो लाख अगर सुख नहीं मिलता

उनको मिले ख़ुदा जिन्हें है ख़ुदा की तलाश
मुझको तो मेरे यार का नम्बर नहीं मिलता

सिएटल । 425-445-0827
(निदा फ़ाज़ली से क्षमायाचना सहित)






इससे जुड़ीं अन्य प्रविष्ठियां भी पढ़ें


3 comments:

Anonymous said...

बहुत बढ़िया parody है! हम कभी phone के features, कभी network connection से dissatisfied हो ही जाते हैं। और अगर phone गुम जाए या ख़राब हो जाए तो बहुत परेशान हो जाते हैं। कविता में "गिला" और "गीला" का word play अच्छा लगा। Video बहुत professional है। आपने बहुत मेहनत की है।

अमन सूद said...

अती सुनदर।

Rahul Upadhyaya said...

Email reaction:

Very clever and ingenious!